महँगाई से अपने धन को कैसे बचाएँ

प्रमुख निष्‍कर्ष

  • महँगाई एक चुनौती हो सकती है — ख़ास तौर पर उन लोगों के लिए जिन्होंने स्टॉक में बहुत कम निवेश किया है और ढेर सारा पैसा, नकदी या बांड के रूप में रखा है. यदि आपको लगता है कि भविष्य में महँगाई से निपटने के लिए निवेश करने पर ध्‍यान देना ज़रूरी है तो महँगाई के प्रभाव को कम करने का उपाय करना फ़ायदेमंद साबित हो सकता है.
  • अधिकांश लोगों के लिए, ऐसी विभिन्न प्रकार की परिसंपत्तियों और परिसंपत्ति श्रेणियों में निवेश करना अच्छा विचार हो सकता है, जिन पर महँगाई का असर ना हो.
  • इसमें कुछ विशेष प्रकार कीे इक्विटी और/या निश्चित आय वाले निवेश शामिल हो सकते हैं.
  • इससे महँगाई के प्रति संवेदनशील निवेशों से संबंधित जोखिम कम करने में भी मदद मिल सकती है.

पिछले एक दशक से भी ज़्यादा समय से दुनिया भर में अधिकांश लोगों के लिए महँगाई बहुत कम चिंता का विषय रहा है (जिसमें कुछ अपवाद भी हैं). लेकिन, कोविड-19 महामारी के शुरू होने के बाद से दुनिया भर में आभासी तौर पर महँगाई में वृद्धि दिखाई दे रही है और अन्य आपूर्ति शृंखला सम्बन्धी समस्याओं के कारण दबाव बढ़ता जा रहा है. अपने पोर्टफोलियो में महँगाई से बचाव करने वाले कुछ निवेशों को शामिल करने के बारे में सोचने का यह अच्छा समय हो सकता है.

आपकी वित्तीय योजना के लिए महँगाई महत्वपूर्ण क्यों है

अधिकांश लोगों ने महँगाई का प्रभाव देखा है: साधारण शब्‍दों में कहें, तो समय के साथ-साथ क़ीमतें बढ़ती हैं. जब आप छोटे थे या कुछ वर्ष पूर्व की तुलना में अधिकांश चीज़ें अब कहीं ज़्यादा महँगी हो गई हैं. महँगाई से प्रभावित न होने के लिए अपनी बचत महँगाई के असर को प्रभावहीन बनाने वाली संभावित रूप से वृद्धिशील परिसंपत्तियों में निवेश करने का महत्वपूर्ण कारण हो सकता है.

थोड़ी-बहुत महँगाई आम बात है— और सामान्यतः यह अच्छा भी है क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था में विकास का पता चलता है. लेकिन महँगाई हमेशा उम्मीद के मुताबिक़ काम नहीं करती. कभी-कभी यह महँगाई, उम्मीद से अधिक होती है या बाज़ार की उम्मीद से ज़्यादा समय तक उन्नत स्तर पर बनी रहती है जिससे निवेश प्रबंधित करने में कठिनाई हो सकती है.

वित्तीय नियोजन की दृष्टि से महँगाई का विशेष महत्व है क्योंकि आप अपनी खरीदने की शक्ति की तुलना में अपने दीर्घकालिक वित्तीय उद्देश्यों के बारे में सोचते हैं. महँगाई जितनी अधिक होगी, आपको अपने निवेश से मुनाफ़े का लक्ष्य उतना ही ज़्यादा रखना होगा ताकि आप अपनी परिसंपत्तियों की खरीद शक्ति बनाए रख सकें.

उदाहरण के लिए, यदि औसत वार्षिक महँगाई दर 2% होने की उम्मीद है तो इस महँगाई के साथ ताल-मेल बैठाने के लिए निवेशक को अपनी खरीद शक्ति बनाए रखने के लिए कम से कम 2% लाभ दे सकने वाला निवेश पोर्टफोलियो बनाना पड़ेगा.

 

 

थोड़ी-बहुत महँगाई, सामान्य और आम तौर पर अच्छी होती है लेकिन अचानक महँगाई बढ़ना आम तौर पर अच्छा नहीं होता.

 

महँगाई का दबाव अक्‍सर अस्थायी होता है. लेकिन उम्मीद के मुताबिक़ सब कुछ न होने पर, ज़रूरत के समय इस्तेमाल करने के लिए योजना बनाकर रखना फ़ायदेमंद हो सकता है.

आप क्या कर सकते हैं

महँगाई के प्रभाव से बचने के लिए, अपने सम्पूर्ण निवेश मिश्रण पर नज़र डालें और अपनी स्थिति का मूल्यांकन करें. इसका कोई सरल समाधान नहीं है—आपको तरह-तरह के निवेश विकल्पों में निवेश करना चाहिए जो ऐसा लाभ दे सके जो बढ़ती क़ीमतों के प्रभाव के साथ ताल-मेल बैठा सके. और कुछ निवेश, अन्य निवेशों से बेहतर मुनाफ़ा दे सकते हैं.

समय के साथ-साथ बढ़ती महँगाई का सामना करने के मामले में स्टॉक, बांड से बेहतर है क्योंकि कंपनी की मजबूत मूल्य-निर्धारण शक्ति के कारण उनसे होने वाली आमदनी, बढ़ती महँगाई को समायोजित कर सकती है. सेवानिवृत्ति से बरसों दूर कम उम्र के युवाओं के लिए, जिन्होंने स्टॉक में बहुत ज़्यादा निवेश किया हो, महँगाई से बचने के लिए अतिरिक्‍त निवेश करने की ज़रूरत नहीं भी हो सकती है.

लेकिन जो लोग अपनी सेवानिवृत्ति के क़रीब हों या जिन सेवानिवृत्त लोगों के पास बेहद संतुलित निवेश मिश्रण है, शायद उन्‍हें महँगाई के अधिक जोखिम का सामना करना पड़ सकता है. अपने पोर्टफोलियो में महँगाई को प्रभावहीन बनाने वाले निवेश शामिल करके और अलग-अलग परिसंपत्तियों की श्रेणियों में निवेश द्वारा आप इस जोखिम को कम कर सकते हैं. लेकिन ख़बर इतनी भी बुरी नहीं है—सेवानिवृत्त लोगों को सरकार से मिलने वाले लाभ के ज़रिए महँगाई को समायोजित करने वाली आय, निर्धारित लाभ पेंशन (पिछले नियोक्ताओं से), या जीवनयापन लागत समायोजन युक्त एन्‍यूटी के कारण पहले ही फ़ायदा मिल रहा होगा.

ये कुछ सामान्य विचारणीय बातें हैं, इनका उद्देश्‍य विशेष निवेश सलाह देना नहीं है. आपको पेशेवर वित्तीय सलाहकार से विचार-विमर्श करके पता लगाना चाहिए कि आपकी विशिष्ट परिस्थितियों, प्रयोजनोंं, समय-सीमा और जोखिम क्षमता के अनुसार, आपके लिए किस तरह का निवेश ठीक रहेगा.

महँगाई के मामले में पहले ही सक्रिय रहें

अचानक बाज़ार में गिरावट और आर्थिक मंदी की तरह, महँगाई भी एक ऐसा जोखिम है जिसके लिए आपको योजना बनाकर रखनी चाहिए. अपनी निवेश समय सीमा, जोखिम क्षमता और वित्तीय परिस्थिति के आधार पर किया गया मिश्रित निवेश, मुश्किल समय में आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. हालांकि आप महँगाई से पूरी तरह बच नहीं सकते, लेकिन अपने पोर्टफोलियो को बचाए रखने का उपाय करने से, उसका प्रभाव कुछ हद तक कम होगा और आपको अपने लक्ष्य तक पहुँचने में मदद मिल सकती है. आपकी समस्याओं का समाधान कर पाने और आपकी विशिष्‍ट परिस्थितियों के अनुरूप निवेश पोर्टफोलियो तैयार करने के संबंध में पेशेवर वित्तीय सलाहकार से बात करें.

 

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