जब माता/पिता आपके साथ रहने आ जाते हैं

 संभावित भावनात्मक और वित्तीय चुनौतियों में सामंजस्‍य कैसे बैठाएँें।

प्रमुख निष्कर्ष  

✓  अपनी योजना में पूरे परिवार को शामिल करें!

✓  अपने माता-पिता की ज़रूरतों को समझें। 

✓  वित्तीय और भावनात्मक, दोनों परिणामों पर विचार करें!

✓  देखभाल की मदद सहित आपको ज़रूरत होने पर, सहायता लें!

आजकल कई जवान बच्चे अपने बूढ़े माता-पिता को अपने साथ घर में रखना पसंद करने लगे हैं, विशेषकर जिन संस्कृतियों में ऐसा प्रचलन नहीं था।  

माता-पिता अपनी रिटायरमेंट की बचत का भरपूर फ़ायदा उठाने के लिए खर्च में कटौती करना चाह सकते हैं। माता या पिता में से किसी एक की मृत्यु के बाद दूसरा अकेला महसूस कर सकता है, और अपने बच्चों के जीवन में ज़्यादा दिलचस्पी दिखा सकता है, या उनके बच्चे की देखभाल करने का विकल्प भी चुन सकता है। अक्सर, बूढ़े माता-पिता अब ज़्यादा स्वतंत्र तरीके से नहीं रह पाते, लेकिन उनका परिवार उन्हें सहायता देने वालेकिसी सुविधा-केंद्र में रखने के लिए तैयार नहीं होता, चाहे वह सुविधाकेंद्र उनके निवास स्थान के नज़दीक ही क्यों न हो।  

अपने माता/पिता को अपने घर लाना बड़ी सहानुभूति का काम लग सकता है, लेकिन बूढ़े माता/पिता की देखभाल के लिए परिवार के सभी लोगों को काफी कुछ त्याग भी करना पड़ सकता है। माता/पिता के लिए कमरा तैयार करने से पहले ज़रूरी है कि हर व्यक्ति स्थिति को समझकर इसके फायदे और नुकसान पर विचार करे।भविष्य के लिए उचित योजना बनाना भी ज़रूरी है, क्योंकि यह स्थिति निश्चित हीे बदलेगी—और अक्सर ऐसे तरीकों से बदलेगी कि निर्णय लेना और भी मुश्किल हो जाएगा। 

कोई बीच का रास्ता निकालें। आपके अच्छे इरादों के बावजूद, संभव है कि आपके माता-पिता आपके घर में रह कर उतने खुश न हों जितने आप उन्हें घर में रखकर हैं। या इसके विपरीत भी हो सकता है और शायद आपको ही उन्हें रखने में हिचकिचाहट हो। स्थिति चाहे जो भी हो, यह ज़रूरी है कि आप और आपके माता-पिता आपके लक्ष्य और आपकी चिंताओं के बारे में स्पष्ट हों। सबसे पहले माता/पिता से स्पष्ट बात करें कि वे ंआपके साथ रहने क्‍यों आ रहे हैं, और इस व्यवस्था से आप दोनों क्या हासिल करने की आशा हैैं—और आप क्या खो सकते हैं। 

इसमें पूरे परिवार को शामिल करें। सुनिश्चित करें कि आपके जीवन-साथी और आपके बच्चों को किसी बुजुर्ग रिश्तेदार के आपके साथ रहने को लेकर कोई दिक्कत न हो। यदि वे तैयार न होंैं, तो उनकी चिंताओं को भीएंो सुनें और उन्हें हल करने की कोशिश करें। फैसला लेते समय अन्‍य वयस्क भाई-बहनों को भीें शामिल करें, भले ही वे आपके साथ न रहते हों। शायद वे आपके माता/पिता के लिए सही चीज़ को अच्छे से महसूस करते हों, और बाद में तनाव में होने की बजाय उन्हें शुरुआत में ही शामिल करना ठीक होगा। 

समझें कि आपके माता/पिता की ज़रूरतें क्या हैं। यदि आपके माता/पिता स्वास्थ्य संबंधी किसी परेशानी के कारण आपके साथ रहने के लिएआ रहे हैं तो यह ज़रूर जानें कि उन्हें इस समय और भविष्य में कितनी देखभाल की ज़रूरत होगीै। क्या उन्हें आप और आपके परिवार द्वारा मुहैया करवाई जाने वालीे देखरेख से ज़्यादा देखभाल की ज़रूरत होगीै? यदि हाँ, तो उन्हें किस स्तर की देखभाल की ज़रूरत होगी? बढ़ती उम्र की समस्याओं का कोई उपयुक्त विशेषज्ञ या कोई व्यावसायिक चिकित्सक आपको आपके माता/पिता की स्थिति पर निष्पक्ष राय देकर यह बता सकता है कि आप आने वाले महीनों और वर्षों में क्या उम्मीद कर सकते हैं। 

साथ मिलकर योजना बनाएँ। यदि आपके माता/पिता को अतिरिक्त देखभाल की ज़रूरत होगी, तो इस पर चर्चा करें। इनमें से कुछ चर्चा वित्त संबंधी भी हो सकती है:  विशेष देखभाल की ज़रूरत होने परै, इसका भुगतान कौन करेगा? इस चर्चा में भविष्य के बारे में भी बात की जा सकती है। जैसे, माता/पिता के स्वास्थ्य या मानसिक क्षमता में गिरावट आने पर आप सहायक सेवाओं की स्थितियों पर विचार करने के लिए सहमत होना चाहेंगे। सुनिश्चित करें कि आप इन निर्णयों को अपने और अपने माता-पिता, दोनों के नजऱिए से देखें। चाहे कितना मुश्किल ही क्यों न हो, भले ही आप उनके अंत समय तक उनकी देखभाल करना चाहते हों, तब भी शायद वे नहीं चाहेंगे कि आप यह ज़िम्मेदारी उठाएँ। 

पैसे के बारे में बात करें। अपने माता/पिता के साथ उनकी वित्तीय स्थिति पर बात करें। क्या उनके पास इतना पैसा है (सरकारी कार्यक्रमों से मिलने वाले पैसे सहित) कि वे परिवार में योगदान कर सकें? उनके पास सीमित पैसा होने परै, दूसरे तरीके ढूँढें जहाँ वे सहयोग कर सकें — जैसे, सप्ताह में कभी-कभार खाना पकाना या स्कूल से लौटने पर आपके बच्चों का ध्यान रखना। साथ ही चर्चा करें कि उनकी चिकित्सा देखरेख के खर्च का इस समय और आने वाले वर्षों में कौन भुगतान करेगा। यदि आपके भाई-बहन हैं, तो इन खर्चों को परस्पर बाँटने के बेहतरीन तरीके पर उनसे बात करें। अपने परिवार के बजट में बदलाव करने के लिए साथ मिलकर काम करें ताकि उसमें नई वित्तीय वस्तुस्थिति प्रदर्शित हो और ऐसे तरीके खोजें जिनमें आपके भाई-बहन आपके माता/पिता की देखभाल में अपना योगदान दें। 

अपने घर में जगह बनाएँ जो आपके माता/पिता और आपके लिए हितकारी हो। अतिरिक्त फ्लैट बनवाना या पहली मंजिल पर मौजूद ऑफिस को बेडरूम में बदलना महँगा पड़ सकता है, लेकिन इससे पूरे परिवार को ज़रूरी एकांत, सुविधा और आराम मिल सकता है, और माता-पिता भी इस बड़े रेनोवेशन के लिए अपनी सेवानिवृत्ति बचत में से सहयोग कर सकते हैं। “बढ़ती उम्र के अनुरूप” रेनोवेशन करने पर भी विचार करें जैसे सीढ़ियों से बचने के लिए सिंगल फ्लोर में रहने की व्यवस्था करना, बाथरूम तक पहुँच सुगम करना, पूरे घर में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करन और व्हीलचेयर या वॉकिंग फ्रेम के लिए दरवाजे चौड़े करना। 

इस पर भी विचार करें कि आपकी नई निवास स्थिति से आपको टैक्स में भी थोड़ा फायदा हो।  

परिवार और माता-पिता से सहयोग करने की अपेक्षाएँ जटिल हो सकती हैं और अलग-अलग देश में अलग-अलग होंगी, इसलिए अपनी स्थिति के बारे में अपने टैक्स सलाहकार से परामर्श ज़रूर करें। 

अंत में, मदद करें और मदद माँगें। हालांकि आप एक परिवार हैं लेकिन आपके माता/पिता के आपके घर में रहने आने से बड़ा बदलाव आ सकता है। उन्हें समुदाय में सक्रिय रखने के तरीके सुझाकर आरामदायक जीवन जीने में उनकी सहायता करें। उनकी दिलचस्पी वाले कार्यक्रमों या कक्षाओं की जानकारी के लिए सामुदायिक समूहों (धार्मिक समूहों सहित) या स्थानीय लाइब्रेरी से परामर्श करें। अपनी भी देखभाल करना न भूलें। यदि आपके माता/पिता को उससे ज्यादा देखभाल की ज़रूरत हो जितना आप कर सकते हैं, ैं, तो दिन भर के लिए सहायक देखभालकर्ताओं या थोड़े समय के लिए राहत/साथी सेवाओं जैसे विकल्पों की तलाश करें। 
 

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